बिहार में दो चरां का मतदान पूरा हो चुका है। जैसे-जैसे राज्य विधानसभा के चुनाव में तेजी आई, नीतीश कुमार से जनता की नाराजगी भी खुलकर नजर आने लगी है। लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव की जनसभाओं में उमड़ रहा जन सैलाब और नीतीश कुमार की सभाओं में उनका हो रहा विरोध इशारा कर रहा है कि अब प्रदेश की जनता के मन से सुशासन बाबू उतर चुके हैं। कुछ दिन हुए उनकी एक जनसभा में लालू यादव जिंदाबाद के नारे लगने लगे थे। इन नारों से नीतीश कुमार खासे भड़क कर बोल बैठे ‘वोट नहीं देना है तो मत दो, नारे लेकिन बंद करो।’ अब मधुबनी में आखिरी चरण के मतदान से पहले रैली करने पहुंचे नीतीश को नारेबाजी के साथ-साथ प्याज की मार भी पड़ गई। उनके भाषण के दौरान भीड़ से उन पर एक युवक ने प्याज दे मारा। हालांकि प्याज नीतीश तक पहुंचा नहीं, सभा मेंं रंग में भंग जरूर पड़ गया। नाराज नीतीश बोल पड़े ‘खूब फेंको’, दूसरी तरफ तेजस्वी की सभाओं में ठीक उलट इस युवा नेता के समर्थन में भीड़ टूट रही है। जदयू के सूत्रों का कहना है कि इस सबसे सुशासन बाबू बेहद खिन्न हैं और खासे चिड़चिड़े भी हो चले हैं। सूत्रों का यह भी कहना है कि भाजपा के कुछ नेता नीतीश विरोध से बेहद खुश हैं। ऐसे नेताओं का मानना है कि इस बार भले ही उनकी सरकार न बने, नीतीश से उन्हें छुटकारा अवश्य मिल जाएगा।
अब प्याज से तिलमिलाए नीतीश
