कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आम चुनाव के नतीजे आने के साथ ही कुछ अर्से के लिए एकांतवासी हो गए थे। हालांकि अभी भी वे कांग्रेस के बड़े नेताओं को मिलने का समय नहीं दे रहे हैं, लेकिन विपक्षी दलों के नेताओं से भेंट करने लगे हैं। दिल्ली से कोसों दूर कोलकात्ता में भी कुछ ऐसा ही माहौल है। राज्य में भाजपा की जबरदस्त परफारमेंस से कुपित हो राज्य की वजीरे आला ममता बनर्जी गत सप्ताह यकायक ही आऊट ऑफ रीच हो गईं। सूत्रों की माने तो कालीघाट स्थित अपने आवास में तीन दिनों तक ममता दी ने किताबें पढ़ने और संगीत सुनने में अपना समय बिताया। त्रिणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेताओं तक को उन्होंने मिलने से साफ इंकार कर दिया। इन तीन दिनों में वे अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी से अवश्य एक बार मिलीं। सूत्रों की मानें तो ममता बनर्जी अपनी रणनीति में व्यापक बदलाव का ब्लू प्रिंट तैयार करने में जुटी हैं। अब उनके निशाने पर मार्क्सवादी नहीं भगवा बिग्रेड है। जय श्रीराम का नारा सुनते ही इन दिनों उनका पारा सातवें आसमान में पहुंच जाने के समाचार भी खासी चर्चा में हैं।