देश के 28 राज्यों एवं 8 केंद्र शासित प्रदेशों में से कइयों में राज्यपालों एवं उपराज्यपालों के पद भरे जाने हैं। लंबे अर्से से महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी गोवा के राजभवन का कार्यभार भी संभाल रहे हैं। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के पास मध्य प्रदेश का भी कार्यभार है। पुदुचेरी राजभवन में भी पूर्ण उपराज्यपाल न होने के चलते तेलगांना के राज्यपाल डाॅ सौन्दरराजन के पास यहां का अतिरिक्त कार्यभार है। कई राज्यपालों का कार्यकाल 2022 में समाप्त होने जा रहा है तो मेघालय के राज्यपाल सतपाल मलिक के बागी सुरों के चलते उन्हें हटाने की चर्चा काफी अर्से से चल रही है। दिल्ली दरबार में कानाफूसी जोरों पर है कि पांच राज्यों के चुनाव नतीजों बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल के साथ-साथ नए राज्यपालों की भी नियुक्ति होनी तय है। खबर है कि इस बार रिटायर्ड नौकरशाहों के बजाए खांटी राजनेताओं को राज्यपाल और उपराज्यपाल बनाया जाएगा। खबर यह भी गर्म है कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, पंजाब, गोवा, मणिपुर, हिमाचल प्रदेश एवं गुजरात के टायर्ड लेकिन ‘नाॅट रिटायर्ड’ राजनेताओं के दिन फिरने वाले हैं। गौरतलब है कि इन सभी सात राज्यों में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में इन राज्यों के पुराने चावलों को राजभवनों में बैठाकर भाजपा चुनावी समीकरणों को साधने का प्रयास करने जा रही है।
नए राज्यपालों की होगी नियुक्ति
