देश के सबसे बड़े सूबे में हुए उपचुनाव के नतीजों ने सत्तारूढ़ दल को करारा झटका दिया है। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार डिंपल यादव ने भारी बहुमत के साथ जीत दर्ज की। वहीं रामपुर विधानसभा सीट से भाजपा के आकाश सक्सेना को और खतौली सीट से राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के मदन भैया को जीत मिली। इस परिणाम के बाद से ही राज्य की सियासत में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। जिसे आरएलडी विधायक मदन भैया के हवा देने के बाद चर्चा है कि आगामी चुनावों के लिए राज्य में नया गठबंधन बन सकता है। दरअसल, भीम आर्मी ने सपा गठबंधन को उपचुनाव में अपना समर्थन दिया था। यह संगठन दलित युवकों के बीच काफी लोकप्रिय है। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने रामपुर, मैनपुरी और खतौली में विपक्षी उम्मीदवारों के लिए प्रचार भी किया था। उपचुनाव के नतीजों में सपा गठबंधन को जीत मिलने के बाद उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा और उसे अहंकारी सरकार करार दिया। खतौली से आरएलडी विधायक मदन भैया ने जीत के बाद चंद्रशेखर आजाद से मुलाकात की है। जिसके बाद उन्होंने कहा, खतौली की जनता का धन्यवाद और यह गठबंधन की जीत है। साथ ही इस जीत के लिए भीम आर्मी चीफ के सहयोग को बहुत महत्वपूर्ण बता कहा कि 2024 के लिए एक नींव पड़ चुकी है जो आगे सफल साबित होगी। इस बयान के बाद से ही अटकलें लगाई जा रही हैं। माना जा रहा है कि चंद्रशेखर आजाद ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के वोट बैंक में सेंध लगाते हुए दलित समुदाय के एक बड़े तबके को सपा गठबंधन में जोड़ा है। अगर 2024 के लोकसभा चुनाव में भी ऐसा हुआ तो भाजपा और बसपा के लिए समस्या उत्पन्न हो सकती है।