हिंदी पट्टी की राजनीति पर लगभग तीन दशक तक राज करने वाले सपा नेता मुलायम सिंह यादव इन दिनों अपने ही पुत्र के दांव से चित्त हो राजनीतिक वनवास भोगने को अभिशप्त हो चुके हैं। पश्चिम बंगाल में विपक्षी दलों की विशाल रैली में जहां पूर्व पीएम देवगौड़ा अपने मुख्यमंत्री पुत्र संग मंच में विराजे थे, फारुख अब्दुल्ला अपने पुत्र उमर अब्दुल्ला और अजीत सिंह अपने पुत्र जयंत चौधरी के साथ रैली में शिरकत करते नजर आए, वहीं अखिलेश यादव का बगैर अपने पिता मुलायम सिंह के रैली में आना चर्चा का बाजार गर्म कर गया। खबर है कि अपने बेटे द्वारा पूरी तरह हाशिए में डाल दिए गए मुलायम जल्द ही अपने भाई शिवपाल के पक्ष में उतरने का मन बना रहे हैं। राजनीति में कई दिग्गजों को पटखनी दे चुके मुलायम का यह हश्र, वह भी उनके ही पुत्र द्वारा कइयों को खासा सुहा रहा है तो कुछेक मुलायम समर्थक इससे नाखुश भी बताए जा रहे हैं।