देश की राजनीति चुनावी मोड में आ चुकी है और सत्तापक्ष से लेकर विपक्ष तक रणनीति के ताने बाने बुने जा रहे हैं। केंद्र में सत्तारूढ भाजपा ने भी अपने जमीनी अभियान के साथ सामाजिक और राजनीतिक समीकरणों के हिसाब से रणनीति को आकार देना शुरू कर दिया है। आम चुनाव में केवल एक साल ही बचा है इसलिए मोदी मंत्रिमंडल में भी जरूरी फेरबदल की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। बीते सप्ताह राज्यपालों के स्तर पर बड़ा फेरबदल किया गया था। जिसमें 12 राज्यों के राज्यपाल और एक उपराज्यपाल बदले गए थे। इनमें छह नए राज्यपाल बनाए गए थे और सात राज्यपाल और उप राज्यपालों के तबादले किए गए थे। ऐसे में राजनीतिक अटकलें लगाई जा रही हैं कि इस माह के अंत तक भाजपा में कुछ और बड़े बदलाव किए जा सकते हैं, जिसमें सरकार और संगठन दोनों के प्रभावित होने की संभावना है। कुछ राज्यों में भी बदलाव की चर्चा जोरों पर है। पार्टी सूत्रों की मानें तो संगठन स्तर पर धीरे-धीरे बदलाव हो रहे हैं, जिस राज्य में बदलाव की जरूरत है, वह किए जाएंगे। इसके अलावा चुनाव वाले राज्यों पर भी ध्यान दिया जा रहा है, क्योंकि दिसंबर में होने वाले चुनाव लोकसभा की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होंगे।
मोदी मंत्रिमंडल में होगा फेरबदल
