केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी से भाजपा और संघ नेतृत्व इन दिनों खासा नाराज चल रहा है। पिछले दिनों महाराष्ट्र में एक नरभक्षी बाघिन को मार डालने से नाराज मेनका गांधी ने राज्य के ताकतवर वन मंत्री को कठघरे में खड़ा कर डाला। मुख्यमंत्री फडनवीस से वन मंत्री को बर्खास्त करने की मांग सार्वजनिक रूप से कर मेनका ने न केवल राज्य भाजपा, बल्कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की नाराजगी भी मोल ली है। उनके सांसद पुत्र वरुण गांधी पहले से ही भाजपा आलाकमान के कोप का शिकार चल रहे हैं। वरुण गांधी को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बतौर स्टार प्रचारक न उतार कर अपनी नाराजगी का परिचय पार्टी पहले ही दे चुकी है। खबर है कि पार्टी का एक वर्ग इस बात को लेकर आशंकित है कि मेनका और वरुण गांधी भविष्य में सोनिया गांधी संग अपने मतभेद भुला कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं। सूत्रों की मानें तो स्वयं वरुण गांधी कांग्रेस में जाने के खासे इच्छुक हैं, संकट लेकिन मेनका गांधी के चलते है जिन्हें सोनिया गांधी सख्त नापसंद करती हैं। खबर यह भी है कि कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता जो संजय गांधी के बेहद करीबी हुआ करते थे, इन दिनों गांधी परिवार के आपसी झगड़े को सुलझाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं।
मेनका से बढ़ती नाराजगी
