बहुजन समाजवादी पार्टी की नेता मायावती इन दिनों अनिश्चय की स्थिति में बताई जा रही है। कांग्रेस को लेकर उनकी बयानबाजी इस अनिश्चय को दर्शाती हैं। मायावती लगातार भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस पर भी तीखे प्रहार कर रही हैं। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ बसपा के गठबंधन का शोर तो खासा है लेकिन उसकी भी आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं की गई है। जानकारों की मानें तो बसपा प्रमुख पांच राज्यों से चुनाव नतीजों के बाद ही अपनी राणनीति का खुलासा करेंगी। यदि इन पांच राज्यों में से तीन में भी कांग्रेस सरकार बनाने में सफल हो जाती है तो मायावती तुरंत ही सपा संग गठबंधन की घोषणा कर देंगी। और यदि ऐसा नहीं होता तो कथित तौर पर भाजपा द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसियों का डर अपना असर दिखा सकता है। मतलब मायावती अकेले ही उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने की घोषणा कर सकती हैं। जानकारों की मानें तो बसपा प्रमुख के भाई आय से अधिक संपत्ति और बेनामी संपत्ति के कई मामलों में केंद्रीय जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं। ऐसे में मायावती का संशय इन पांच राज्यों के चुनाव नतीजों बाद ही दूर होता नजर आ रहा है।