उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती इन दिनों एक तरह का राजनीतिक वनवास काट रही हैं। कभी दलितों की देवी बन भारतीय राजनीति के आकाश पर चमकी बहिनजी का जनाधार लगातार घटने और उनके अस्थिर राजनीतिक निर्णयों के चलते पार्टी को भारी नुकसान तो हुआ ही, कई बड़े नेता भी बसपा छोड़ अन्य दलों में चले गए। अब मायावती को एक बड़ा झटका बसपा की राजस्थान इकाई ने दे दिया है। पार्टी के यहां छह विधायक हैं। इन विधायकों ने गत् सप्ताह विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र लिखकर बसपा विधायक दल के कांग्रेस में शामिल होने की बात कह डाली है। इन विधायकों ने ऐसा करने के पीछे धर्मनिरपेक्ष ताकतों का हाथ मजबूत करने की बात कही है। जाहिर है उनके कांग्रेस में शामिल होने से अशोक गहलोत सरकार को जहां मजबूती मिलेगी, वहीं मायावती राजनीतिक रूप से कमजोर हो जाएगी। खबर है कि बहिनजी अपने विधायकों के इस कदम से खासी खफा हो इन दिनों किसी भी कार्यकर्ता या नेता ने मुलाकात नहीं कर रही हैं।
माया की खत्म होती चमक
