तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का लक्ष्य अब 2024 के आम चुनावों में विपक्षी दलों का नेतृत्व करना साफ नजर आने लगा है। अपने इस अघोषित लक्ष्य को साधने के लिए दीदी बड़ा ‘खेला’ करने में जुट गई हैं। उनके निशाने पर न केवल कांग्रेस के असंतुष्ट नेता हैं, बल्कि भाजपा के कई बड़े नामों पर भी उनका फोकस बन चुका है। खबर गर्म है कि भाजपा आलाकमान की नजरों में गिर चुके भाजपा नेता इन दिनों ममता के संपर्क में हैं। ऐसे नेताओं में सबसे बड़ा नाम डॉ ़ सुब्रह्मण्यम स्वामी का बताया जा रहा है। गत् दिनों दिल्ली यात्रा पर आईं ममता ने स्वामी संग ‘शिष्टाचार’ भेंट कर इन खबरों को हवा देने का काम किया। खबर भाजपा सांसद वरुण गांधी और मेनका गांधी को लेकर भी इन दिनों दिल्ली के सत्ता गलियारों में कही-सुनी जा रही है। तृणमूल सूत्रों की मानें तो भाजपा आलाकमान द्वारा इग्नोर किए जा रहे वरुण जल्द ही तृणमूल में शामिल होने जा रहे हैं। किसान आंदोलन को खुलकर समर्थन देने वाले वरुण और उनकी मां मेनका को भाजपा ने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर कर ही डाला है। ऐसे में इन दोनों का भविष्य भाजपा में कुछ खास नजर नहीं आता है। खबर जोरों पर है कि जल्द ही स्वामी, मेनका और वरुण तृणमूल में शामिल हो भाजपा को तगड़ा झटका देने जा रहे हैं। खबर कुछ बड़े कांग्रेसी नेताओं को लेकर भी चल रही है। बताया जा रहा है कि गुलाम नबी आजाद, मनीष तिवारी और आनंद शर्मा संग भी तृणमूल का संपर्क बन चुका है। अपने दिल्ली दौरे के दौरान ममता- आजाद और शर्मा संग मुलाकात कर इन खबरों को पुख्ता करने का काम कर चुकी हैं।