छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने बचे हैं। ऐसे में बीजेपी तमाम तरीके से प्रदेश को साधने के लिए जोर आजमाइश करने में लगी हुई है। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी अपने कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं। कैबिनेट विस्तार को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। सूत्रों का कहना है कि मोदी कैबिनेट में छत्तीसगढ़ से एक सांसद को केंद्रीय मंत्री बनाया जा सकता है। मोदी कैबिनेट में जगह पाने के लिए प्रदेश में 3 बीजेपी नेताओं के नामों पर चर्चा हो रही है। जिन नामों की चर्चा है उनमें से दुर्ग संसदीय सीट से सांसद विजय बघेल, सांसद गोमती साय और राज्यसभा सांसद सरोज पांडे का नाम शामिल है। अभी छत्तीसगढ़ के सरगुजा क्षेत्र से आने वाली रेणुका सिंह मोदी कैबिनेट में केंद्रीय राज्य मंत्री हैं। ऐसे में छत्तीसगढ़ से एक और नाम अगर मोदी केबिनेट से जुड़ता है तो क्या आने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को कुछ फायदा होगा या नहीं यह तो भविष्य के गर्भ में छिपा है। लेकिन केंद्रीय मंत्रिमंडल में आने वाले दिनों में अगर फेरबदल होते हैं तो जातिगत समीकरण को साधने की कोशिश की जाएगी। छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा ओबीसी वोटर हैं। उसके बाद आदिवासी और फिर सामान्य वोटरों की संख्या है। जातिगत आधार पर अगर केंद्रीय नेतृत्व निर्णय लेता है तो कुर्मी समाज के विजय बघेल का दावा सबसे ज्यादा मजबूत है। वह ओबीसी भी हैं। वहीं आदिवासी वोटरों को लुभाने के लिए सरकार अगर दांव खेलती है तो 30 फीसदी आदिवासी क्षेत्र वाले छत्तीसगढ़ में गोमती साय को मौका मिल सकता है। वहीं, सामान्य जातिगत समीकरण पर केंद्रीय नेतृत्व का फोकस रहेगा तो सरोज पांडे को केंद्रीय मंत्री के रूप में मौका मिलने के आसार हैं।
छत्तीसगढ़ के नेताओं को मिलेगा मौका!
