बिहार के कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में कांटे की टक्कर में महागठबंधन उम्मीदवार उमेश कुशवाहा की हार के बाद गठबंधन के अंदर हलचल तेज हो गई है। कुढ़नी की हार के बाद हर सहयोगी दल अपने अनुसार हार की समीक्षा कर रहा है, वहीं कुछ पार्टियों ने अपने सहयोगी दलों पर ही सवाल खड़े करना शुरू कर दिए हैं। ऐसे कुढ़नी की हार ने एक बार फिर महागठबंधन दलों की एकजुटता पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। कुढ़नी की हार पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने गठबंधन के जमीनी स्वीकारिता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करते हुए कह डाला है कि नया गठबंधन जमीन पर कार्यकर्ताओं के बीच उतना मजबूत नहीं हुआ जितनी जरूरत थी। इसके लिए समय लगेगा और मेहनत की जरूरत है। राजद के पूर्व विधायक और नेता अनिल सहनी ने हार के बाद नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग कर महागठबंधन पर ही सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। वहीं कांग्रेस ने आपसी तालमेल नहीं होने को हार का सबसे बड़ा कारण बताया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर ने कहा कि गठबंधन में आपसी ताल-मेल की भारी कमी है। यही नहीं कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने तो शराबबंदी को ही हार का सबसे बड़ा कारण बता डाला है। ऐसे में चर्चा जोरों पर है कि महागठबंधन कभी भी टूट सकता है।
कुढ़नी ने बढ़ाई कलह
