जैसे-जैसे 2019 के आम चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं सत्तारूढ़ भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की बेचैनी भी बढ़ रही है। विकास के तमाम दावों के बावजूद भाजपा के प्रति आमजन की नाराजगी का बढ़ना और चार राज्यों में लोकसभा चुनावों से पहले होने जा रहे विधानसभा चुनावों में भाजपा की कठिन डगर इस बेचैनी का मुख्य कारण है। शायद इसी के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ खफा-खफा से नजर आने लगे हैं। पिछले दिनों भाजपा संसदीय दल की बैठक में पीएम तब खासे नाराज हो गए जब उन्होंने प्रथम पंक्ति में बैठी बाराबंकी से सांसद प्रियंका रावत को मीटिंग का वीडियो बनाते देख लिया। पीएम इस कदर नाराज हो उठे कि उन्होंने न केवल रावत को तत्काल वीडियो रिकॉडिंग बंद रकने को कहा बल्कि जो रिकॉर्डिंग हो चुकी थी उसे भी डिलीट करवा दिया। पीएम की इस नाराजगी के कयास पार्टी पदाधिकारी लगाते फिर रहे हैं।