असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने राजनीति में मर्यादा को तार-तार करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी की पैदाइश पर घटिया टिप्पणी कर विपक्षी दलों में भारी नाराजगी का माहौल पैदा करने का काम कर डाला है। सरमा के स्तरहीन बयान पर सबसे कड़ी प्रतिक्रिया तेलंगाना के सीएम के ़चंद्रशेखर राव ने दी। उन्होंने इसे स्व ़ राजीव गांधी और सोनिया गांधी का अपमान करार देते हुए प्रधानमंत्री मोदी से सरमा को तुरंत बर्खाश्त करने को कहा है। राव ने सख्त लहजे में पीएम को चेताया कि यदि भाजपा आलाकमान सरमा पर कार्यवाही नहीं करता है तो असम की जनता स्वयं सरमा को सजा देगी। राव के इस बयान पर राजनीतिक गलियारों में खबर गर्म हो चली है कि कभी कांग्रेस के करीबी और मनमोहन सरकार के प्रथम कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री रहे राव एक बार फिर से कांग्रेस नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन का हिस्सा बनने जा रहे है। जानकारों की माने तो राव तेलंगाना में भाजपा की आक्रमक राजनीति के चलते अभी से चुनाव तैयारियों में जुट गए हैं। 2023 के अंत में राज्य विधानसभा के चुनाव होने तय हैं। ऐसे में राव को आशंका है कि भाजपा ओवैसी के सहारे मुस्लिम मतों का विभाजन कराने का काम तेलंगाना में कर सकती है। भाजपा के इस गेम प्लान को ध्वस्त करने की राजनीति राव अभी से बनाने में जुट गए हैं। कांग्रेस से दोबारा नजदीकियां बढ़ाकर वे तेलंगाना में धर्मनिरपेक्ष ताकतों का वोट बंटने से रोकना चाहते हैं। खबर जोरों पर है कि पांच राज्यों के चुनाव नतीजों बाद चन्द्रशेखर राव कांग्रेस आलाकमान संग इस मुद्दे पर बातचीत करने वाले हैं।