तेलंगाना के मुख्यमंत्री के ़चंद्रशेखर राव की राजनीतिक महत्वाकांक्षा अब तेजी से परवान चढ़ने लगी है। बकौल केसीआर अब वे राजनीतिक रणनीतिज्ञ प्रशांत किशोर उर्फ पीके के साथ मिलकर 2024 में प्रस्तावित लोकसभा चुनावों के लिए एक नया विपक्षी गठबंधन और भाजपा को परास्त करने की रणनीति बनाएंगे। उन्होंने एलान किया है कि वे राष्ट्रीय राजनीति में आए ‘शून्य’ को भरने जा रहे हैं। उनका इशारा कांग्रेस की तरफ है जो इन दिनों भाजपा के हाथों लूट-पीट कर तेजी से अपनी प्रासंगिकता खोती जा रही है। खबर जोरों पर है कि तेलंगाना के सीएम ने अपनी इस मुहिम के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम ़के ़ स्टालिन और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को काफी हद तक साध लिया है। सूत्रों की मानें तो उद्धव और स्टालिन ऐसे किसी भी विपक्षी मोर्चे में कांग्रेस को शामिल होता देखना चाहते हैं। कुछ इसी प्रकार का मोर्चा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी बनाने का प्रयास कर रही हैं लेकिन उनका एंटी कांग्रेस रवैय्या स्टालिन और उद्धव को स्वीकार नहीं है इसलिए वह के ़चंद्रशेखर राव की इस मुहिम में उनका साथ दे रहे हैं। कहा-सुना तो यहां तक जा रहा है कि यूपीए गठबंधन को ही मजबूत करने की नियत से ये दोनों मुख्यमंत्री कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बजाए किसी अन्य नेता को इस गठबंधन का नेतृत्व देने के पक्षधर हैं। ऐसे में संभावना है कि के ़चंद्रशेखर राव के हाथों आने वाले समय में यूपीए की कमान सौंप दी जाए।
नया गठजोड़ बनाने में जुटे केसीआर
