अशोक गहलोत के राजस्थान चले जाने के पश्चात अब कांग्रेस में संगठन महासचिव पद के लिए जोड़तोड़ का दौर शुरू हो गया है। गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ फिलहाल संगठन के इस पद पर भी बने हुए हैं। जानकारों की मानें तो राहुल गांधी शीघ्र ही संगठन में फेरबदल कर नए संगठन महासचिव की तैनाती करने जा रहे हैं। चर्चा जोरों पर है कि गहलोत से पहले इस पद पर रहे द्विवेदी की वापसी के आसार हैं। इसके पीछे द्विवेदी समर्थकों का लॉजिक उनका ब्राह्मण होना है। तर्क दिया जा रहा है कि किसी ब्राह्मण को यह पद देने से यूपी, बिहार, हरियाणा समेत सभी राज्यों में सही मैसेज जाएगा, जिससे पार्टी का वोट बैंक रहे ब्राह्मण वोट की वापसी हो सकेगी। चर्चा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन और भवंर जितेंद्र सिंह के नाम की भी हो रही है। यह भी खबर है कि पार्टी महासचिव हरीश रावत को भी यह पद दिया जा सकता है अथवा उन्हें असम के साथ-साथ किसी बड़े प्रदेश की भी जिम्मेदारी दी जा सकती है। पार्टी सूत्रों का मानना है कि राहुल गांधी रावत के असम में पार्टी को मजबूत करने के प्रयासों से खासे प्रसन्न हैं, जिसका इनाम उन्हें गहलोत के स्थान पर संगठन महासचिव बनाकर दिया जा सकता है।