देश के प्रधानमंत्री बनने का सपना नीतीश बाबू अक्सर देखा करते थे। अब भी देखते हैं या नहीं, यह कह पाना कठिन है लेकिन उनके करीबियों का दावा है कि अभी भी बिहारी बाबू को अक्सर ऐसा सपना आता है। बीते 19 वर्षों से बिहार के राजसिंहासन पर काबिज नीतीश कुमार की क्षमताओं पर अब लेकिन उनके करीबी ही संदेह करने लगे हैं और कई पुराने सहयोगी उनसे किनारा करते स्पष्ट नजर आने लगे हैं। गत् दिनों नीतीश कुमार के विश्वस्त माने जाने वाले केसी त्यागी ने मुख्य प्रवक्ता पद छोड़ जदयू भीतर चल रहे घमासान को सार्वजनिक करने का काम किया था। अभी पार्टी त्यागी के इस्तीफे से पैदा हुए संकट का समाधान तलाश ही रही थी कि नीतीश सरकार में मंत्री अशोक चौधरी की एक सोशल मीडिया पोस्ट ने पार्टी को शर्मसार करने का काम कर दिया। वरिष्ठ मंत्री चौधरी ने एक कविता को अपने एक्स हैंडल में पोस्ट किया- ‘बढ़ती उम्र में इन्हें छोड़ दीजिए एक-दो बार समझाने से यदि कोई नहीं समझ रहा तो सामने वाले को समझाना छोड़ दीजिए।’ बिहार के सत्ता गलियारों में चौधरी की इस पोस्ट को सीधे मुख्यमंत्री पर तंज माना जा रहा है। जदयू भीतर आंतरिक उठापटक इस इस पोस्ट के बाद चरम पर जा पहुंची है। हालांकि सीएम नीतीश ने चौधरी की इस पोस्ट पर कोई टिप्पणी नहीं की है लेकिन उनके करीबी नेता फुल एक्शन में आ चुके हैं और पूरी सम्भावना है कि चौधरी की मंत्रिमंडल से जल्द ही छुट्टी कर दी जाए।