कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक गहलोत इन दिनों खासे व्यथित बताए जा रहे हैं। कारण हैं उनके उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट। पार्टी नेतृत्व के समक्ष ना केवल सीएम पद के लिए खुली दावेदारी बल्कि बगावत तक के सुर सुना चुके पायलट अब गहलोत के खिलाफ हर दिन नया दांव चलते नजर आ रहे हैं। जाहिर है राज्य सरकार का कामकाज इससे खासा प्रभावित हो रहा है। ताजा खबर लोकसभा चुनाव में पार्टी टिकटों की दावेदारी को लेकर है। पायलट अपने समर्थकों को ज्यादा से ज्यादा टिकट दिलाने के लिए सीधे पार्टी अध्यक्ष पर दबाव बनाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। खबर है कि पिछले दिनों उन्होंने अपने जयपुर स्थित आवास पर टिकट के लिए दावेदारों संग भोजन पर मुलाकात की। जानकारों की मानें तो इस बैठक में सर्वसम्मति से तय किया गया कि पायलट समर्थक गहलोत के बजाए सीधे राहुल गांधी पर टिकटों के लिए दबाव बनायेंगे। इतना ही नहीं यह भी तय किया गया कि यदि जरूरत पड़ी तो कांग्रेस अध्यक्ष के समक्ष शक्ति प्रदर्शन तक किया जाएगा। पायलट के बागी तेवरों के चलते गहलोत खुलकर सरकार चलाने में असमर्थ हैं जिसका प्रभाव कांग्रेस सरकार की परफॉरमेंस पर नजर आने लगा है।