केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इन दिनों हिंदुत्ववादियों के निशाने पर हैं। सोशल मीडिया में भाजपा समर्थकों ने उनके खिलाफ मानो जंग छेड़ दी हो। आश्चर्य यह कि सुषमाजी के समर्थन में भाजपा का कोई नेता, प्रवक्ता मैदान में नहीं उतरा है। हालांकि सुषमाजी ने स्वयं इस मुद्दे पर सोशल मीडिया में सर्वेक्षण कराया जिसमें उन्हें भारी समर्थन आमजन का मिला है। मामला लखनऊ में घटे उस घटनाक्रम से जुड़ा है जिसमें तन्वी सेठ नामक एक महिला ने एक पासपोर्ट अधिकारी पर आरोप लगाया कि मुस्लिम पति होने के चलते उक्त अधिकारी ने उनका पासपोर्ट बनाने से तो इंकार किया ही, उन्हें धर्म बदलने की सलाह भी दे डाली। सुषमाजी ने इस महिला के ट्वीट पर तत्काल कार्यवाही कर न केवल पति-पत्नी को पासपोर्ट तत्काल उपलब्ध कराया, साथ ही उक्त अफसर का भी तबादला कर दिया। इसके चलते सोशल मीडिया में सुषमा स्वराज पर तीखे प्रहार जारी हैं। आश्चर्य यह कि छोटे-छोटे मुद्दों पर सोशल मीडिया में कमेंट करते दिखाई देने वाले भाजपा नेताओं ने अपनी वरिष्ठ मंत्री का बचाव करने से परहेज किया है। कथित धर्मनिरपेक्ष नेता-पत्रकार भी सुषमा स्वराज के पक्ष में नहीं उतरे। भाजपा के भीतर से केवल एक कद्दावर नेता नीतिन गडकरी ने इस प्रसंग पर खुलकर सुषमा