हरियाणा की राजनीति में जल्द ही बड़ा भूचाल आने की चर्चा जोर पकड़ रही है। राज्य में भाजपा और जननायक जनता पार्टी की गठबंधन सरकार है। खबर है कि जजपा भीतर पार्टी सुप्रीमो दुष्यंत चौटाला की कार्यशैली को लेकर पार्टी नेताओं में असंतोष तेजी से बढ़ रहा है। जानकारों का दावा है कि दुष्यंत चौटाला का पूरी तरह भाजपा परस्त होना पार्टी विधायकों के लिए बड़ी चिंता का कारण बन चुका है। विधायकों को सबसे बड़ी मुसीबत किसान आंदोलन के चलते आ रही है। हरियाणा सरकार किसान आंदोलन को दबाने के लिए जिस प्रकार पुलिस दमन का सहारा ले रही है उससे पार्टी के खिलाफ राज्य भर में जबरदस्त असंतोष का माहौल है। रही सही कसर इंडियन नेशनल लोकदल के नेता ओम प्रकाश चौटाला के जेल से बाहर आ राजनीति में सक्रिय होने से पूरी कर दी है। इनेलो प्रमुख पूरे राज्य का दौरा कर अपनी पार्टी को मजबूती देने में जुटे हैं। उनकी सक्रियता के चलते जजपा बैकफुट पर है। भारी तादात में जजपा का कैडर इनेलो में शामिल होने लगा है। चर्चा जोरों पर है कि दुष्यंत से नाराज चल रहे 6 पार्टी विधायक ओम प्रकाश चौटाला ने लगातार संपर्क में हैं। 10 सदस्यीय जजपा विधायक दल से यदि 6 विधायक टूटते हैं तो खट्टर सरकार का गिरना तय है। बताया जा रहा है कि ओम प्रकाश चौटाला और कांग्रेस के मध्य बातचीत का दौर भी जारी है। कांग्रेस के कद्दावर विधायक को पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा ने चौटाला संग बातचीत का काम सौंपा है। जल्द ही हरियाणा में बड़ा राजनीतिक भूचाल आने के संकेत मिलने लगे हैं।