कांग्रेस अध्यक्ष रहते जिन चेहरें को राहुल गांधी ने जमकर प्रमोट किया, उनमें से कई अब बागी हो चले हैं। दूसरी तरफ सोनिया गांधी के अध्यक्ष काल में टीम सोनिया का हिस्सा रहे पुराने कांग्रेसी आज भी पूरे दमखम के साथ पार्टी संग खड़े है। राहुल के चहेते हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे अशोक तंवर ने राज्य विधानसभा चुनावों से ठीक पहले बगावत का बिगुल बजा दिया था।
अब तंवर ने अपनी पार्टी बना डाली हैं। राहुल द्वारा बिहार में प्रदेश अध्यक्ष नियुक्ति किए गए अशोक चौधरी पार्टी से दगा कर चुके हैं तो अब राहुल ब्रिगेड के विश्वस्त ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में जाने की संभावना स्पष्ट नजर आने लगी है। खबर है कि सिंधिया को यदि पार्टी राज्यसभा नहीं भेजती है तो वे अपने समर्थकों संग भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं।
पार्टी सूत्रों की माने तो सिंधिया के साथ करीब 30 विधायक हैं। यदि सिंधिया बगावत करते हैं तो कमलनाथ का पूर्व मुख्यमंत्री होना तय है। राहुल के ही एक अन्य विश्वस्त जतिन प्रसाद को लेकर भी अफवाहों का बाजार गर्म है। यूं तो प्रसाद टीम प्रियंका का हिस्सा बन उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की खोई जमीन वापस पाने के लिए जद्दोजहद करते इन दिनों दिख रहे हैं।
लेकिन भीतरखाने उनके भाजपा संग तार जुड़ने की खबर आ रही है। मुंबई कांग्रेस के कद्दावर कांग्रेसी नेता मिलिंद देवड़ा के सुर-ताल भी इन दिनों बिगड़ चुके हैं। जानकारों का दावा है कि देवड़ा जल्द ही भाजपा में शामिल हो मोदी सरकार में मंत्री बन सकते हैं।