झारखण्ड की तरह ही भाजपा के लिए दिल्ली विधानसभा चुनाव भी बड़े सिरर्दद का सबब बनने जा रहा है। आम आदमी पार्टी की सरकार का प्रदर्शन शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और परिवहन जैसे विषयों में अपेक्षा से कहीं अधिक बेहतर रहा है। जहां एक तरह भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में आम नागरिक बिजली के बढ़ते जा रहे बिल से परेशान हैं, दिल्ली की आम जनता को आप सरकार 24 घंटे फ्री बिजली उपलब्ध करा रही है। इतना ही नहीं ‘मोहल्ला क्लीनिक’ के जरिए बेहद सस्ते दरों में अत्याधुनिक चिकित्सा उपलब्ध करा अरविंद केजरीवाल ने अपनी पार्टी का एक ऐसा कोर वोट तैयार कर डाला है जो धर्म और जाति से परे आप को वोट देगा। भाजपा का बड़ा संकट यह कि यदि इस बार भी दिल्ली उसके कब्जे नहीं आता तो यह मोदी-शाह की भारी पराजय मानी जाएगी। प्रदेश भाजपा के बड़े नेताओं में भी आपसी संतुलन साधना भाजपा नेतृत्व के लिए दिनों दिन मुश्किल होता जा रहा है। हालांकि बहुतों का मानना है कि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का सकारात्मक निर्णय दिल्ली और झारखण्ड चुनावो में भाजपा के लिए वरदान साबित होगा, लेकिन राजनीति के चतुर खिलाड़ी केजरीवाल ने पहले से ही माहौल बनाना शुरू कर दिया है कि इस बार चुनाव धर्म के नाम पर नहीं बल्कि उनकी सरकार के कामकाज पर होंगे।
दिल्ली भी भाजपा पर भारी
