कांग्रेस आलाकमान दिल्ली चुनाव नतीजों के चलते पंजाब को लेकर खासी चिंतित बताई जा रही है। कारण है अमरिंदर सिंह सरकार के प्रति पंजाब की जनता का तेजी से हो रहा मोहभंग।
पंजाब में आम आदमी पार्टी मुख्य विपक्षी दल है। कांग्रेस को चिंता है कि यदि अरविंद केजरीवाल दिल्ली की कमान अगले दो वर्षों में अपने विश्वस्त साथी मनीष सिसोदिया को सौंप राष्ट्रीय राजनीति में एक बार फिर से उतरने का निर्णय लेते हैं, तो सबसे ज्यादा पंजाब में इसका असर पड़ेगा।
केजरीवाल दिल्ली माॅडल को पंजाब में लागू कर वहां से कांग्रेस की रवानगी कर सकते हैं। अब चूंकि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर आप संग जुड़ चुके हैं, ऐसे में न केवल पंजाब बल्कि बिहार में भी आप अपनी सक्रियता बढ़ा सकती है।
कांग्रेसी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस आलाकमान मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को मनाने में जुट गया है कि नवजोत सिंह को मंत्रिमंडल में बतौर डिप्टी सीएम वापस लिया जाए ताकि सुस्त पड़ी सरकार के कामकाज में तेजी आ सके।