हालिया संपन्न विधानसभा चुनाव बाद अब कांग्रेस आलाकमान उत्तराखण्ड में पार्टी के दो दिग्गजों के मध्य शांति स्थापित करने में जुट गया है। 10 फरवरी को हुए मतदान के बाद पार्टी संभावित नतीजों का आकलन कर इस नतीजे पर पहुंची है कि 10 मार्च का दिन उसके लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आने वाला है। पार्टी का अनुमान है कि राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा को अधिकतम 27 और न्यूनतम 19 सीटें मिल सकती हैं। दो सीटें निर्दलीय को मिलने का आकलन पार्टी ने किया है। कांग्रेस को अधिकतम 48 तो न्यूनतम 41 सीटें मिलने की उम्मीद पार्टी लगा रही है।
प्रदेश कांग्रेस में नतीजों बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर भारी उठापटक की आशंका से चिंतित आलाकमान अभी से एक्शन प्लान बनाने में जुट गया है। 24 अकबर रोड में इन दिनों खासी चर्चा है कि यदि पार्टी को 40 या उससे अधिक सीटें मिलती हैं तो हरीश रावत की ताजपोशी आसान रहेगी लेकिन यदि बहुमत का आंकड़ा 36 से 40 के बीच रहता है तो एक बार फिर से रावत बनाम प्रीतम खेमे की जंग शुरू हो जाएगी और भाजपा इस आपसी रार का पूरा फायदा उठाने का प्रयास करेगी। इस आशंका के चलते गत् सप्ताह राहुल गांधी ने हरीश रावत और प्रीतम सिंह से सीधे बातचीत कर संयम बरतने की सलाह दे डाली है। खबर यह भी जोरों पर है कि यदि दोनों खेमों में सीएम पद को लेकर ज्यादा हो-हल्ला मचा तब किसी न्यूट्रल चेहरे पर राहुल गांधी दांव चल सकते हैं। दलित नेता यशपाल आर्य से लेकर प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल तक का नाम ऐसे कई डार्क हार्स के रूप में इन दिनों खासी चर्चा में है।