राहुल गांधी को अध्यक्ष पद छोड़े एक महीने से अधिक समय हो गया है। उनके पद त्याग के बाद कुछेक महासचिव भी अपने इस्तीफे का एलान कर चुके हैं। शुरुआती दौर में खबरें आ रही थी कि कांग्रेस के बड़े नेता बैठकें कर नया अध्यक्ष जल्द चुनने जा रहे हैं। अब लेकिन चारों तरफ सन्नाटा पसरा है। कहीं कोई सुगबुगहाट तक नहीं नजर आ रही। राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में अपने इस्तीफे के साथ ही गांधी परिवार के किसी भी व्यक्ति के इस पद को न स्वीकारने की बात कह डाली थी। अब हालात पार्टी के इतने खराब हो चले हैं कि कांग्रेसी नेता राष्ट्रीय मुद्दों पर विरोधाभाषी बयान देने लगे हैं। कर्नाटक में चल रहे सियासी प्रकरण पर वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी सुप्रीम कोर्ट के फैसले की तारीफ करते नजर आए तो राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरजेवाला ने फैसले की आलोचना कर डाली। इतना ही नहीं अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष पर भी भारी संशय है। पहले कहा गया मोतीलाल बोरा पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष हैं फिर उन्हें सबसे जूनियर महासचिव बता दिया गया। खबर है कि जल्द ही कुछेक राज्यों के बड़े नेता पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। यदि अभी भी कांग्रेस नहीं चेती तो जल्द ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का कांग्रेस मुक्त भारत का सपना साकार हो जाएगा।