अगले साल पहले लोकसभा के चुनाव होने हैं और फिर हरियाणा में विधानसभा के चुनाव। ऐसे में हरियाणा के राजनीतिक गलियारों में उथल-पुथल शुरू हो गई है। एक तरफ जहां हरियाणा में जेजेपी- बीजेपी का गठबंधन टूटने के कयास लगाए जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ अब राजनीतिक पार्टियों में नेताओं का आने- जाने का सिलसिला भी शुरू होने वाला है। कुछ ऐसा ही इशारा किया है बीजेपी के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने। दरअसल, चौधरी बीरेंद्र सिंह ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बीरेंद्र सिंह बीते दिनों अपने कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने संकेत दिया है कि वह जींद में 2 अक्टूबर को होने वाली रैली में अपनी नई पार्टी का एलान कर सकते हैं। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सिंह ने बीजेपी समेत अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं को खूब खरी-खोटी भी सुनाई। कई मुद्दों को लेकर हरियाणा की बीजेपी सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। बेरोजगार युवा अपनी जमीनों को बेचकर विदेश भाग रहे हैं। चाहे उन्हें गलत ढंग से विदेश जाने का मौका मिले वह चूक नहीं रहे हैं। प्रदेश में सबसे बड़ी समस्या शिक्षा और स्वास्थ्य की है जिसको लेकर बहुत ज्यादा काम किए जाने की आवश्यकता है। इसलिए मैं एक ऐसा मंच तैयार कर रहा हूं जहां सभी लोगों के सुझाव रखे जाएंगे, यह मंच गरीबों और किसानों के लिए काम करेगा। सभी सरकारें किसानों के हित में काम करने का दावा करती हैं। लेकिन 70 से 75 साल बीत जाने के बाद भी किसानों के लिए अभी तक कुछ नहीं किया गया है।