भाजपा की केंद्र में वापसी को लेकर अनिश्चय की स्थिति के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चहेते उद्योगपतियों में भारी घबराहट के स्पष्ट संकेत दिखने लगे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पीएम को सबसे ज्यादा अंबानी-अडानी समूह पर कøपा बरसाने के लिए टारगेट पर रखते आए हैं। अब ऐसे समाचार कॉरपोरेट जगत से निकल सत्ता के गलियारों में टहल रहे हैं कि अडानी कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के नेताओं संग अपनी मित्रता बढ़ाने में लग गए हैं। इसकी शुरुआत आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू से कर चुके हैं। उनका समूह जल्द ही बड़ा पूंजी निवेश नायडू के राज्य में करने जा रहा है। इस बीच मोदी के एक अन्य प्रशंसक स्वामी रामदेव के भी सुर कुछ बदले-बदले से नजर आने लगे हैं। रामदेव अब खुलकर भाजपा के पक्ष में उतरने से कतरा तो रहे ही हैं, सूत्रों का दावा है कि वे भी विपक्षी नेताओं से अपने संबंध स्थापित करने में जुट चुके हैं।