दिल्ली से लेकर लखनऊ तक के सत्ता गलियारों में इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा यदि किसी की हो रही है तो वह व्यक्ति हैं नोएडा से भाजपा विधायक पंकज सिंह। केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह नोएडा विधानसभा सीट से दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। इस बार उनकी जीत का आंकड़ा उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक एक लाख पिछहत्तर हजार वोट का रहा। इस ऐतिहासिक जीत के बाद अनुमान लगाया जा रहा था कि पंकज सिंह को योगी मंत्रिमंडल में अवश्य शामिल किया जाएगा। ऐसा लेकिन हुआ नहीं। खबर जोरों पर है कि स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने परिवारवाद को बढ़ावा न दिए जाने की नीति पर अमल करने के कड़े निर्देश पार्टी नेतृत्व को दिए जिस चलते अंतिम समय में पंकज सिंह का नाम संभावित मंत्रियों की सूची से हटा दिया गया। पार्टी सूत्रों की मानें तो राजनाथ सिंह और पंकज सिंह के समर्थक इस चलते खासे आक्रोशित हो पूछ रहे हैं कि परिवारवाद की नीति को पंकज सिंह पर ही क्यों लागू किया गया? उत्तराखण्ड में पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के बेटे सौरभ बहुगुणा को मंत्री तो एक अन्य पूर्व सीएम जनरल खण्डूड़ी की बेटी ऋतु खण्डूड़ी को उत्तराखण्ड विधानसभा अध्यक्ष बनाते समय यह नीति क्यों नजरअंदाज कर दी गई?