मध्य प्रदेश से भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर अपने विवादित बयानों के लगातार पार्टी और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की मंशा पर प्रश्नचिन्ह लगाने का काम करती आ रही हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान राष्ट्रपिता गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडन करने पर उन्हें स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाराजगी झेलनी पड़ी थी। लेकिन बाद में भाजपा ने उन्हें केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण रक्षा संसदीय समिति में नामित कर प्रधानमंत्री के विरोधियों को उनकी कथनी और करनी पर घेरने का अवसर दे डाला। अभी यह मामला ठण्डा नहीं पड़ा था कि एक बार फिर गत् सप्ताह संसद में साध्वी ने नाथूराम गोडसे की तरफदारी कर दी। खबर है कि भाजपा आलाकमान ने उनकी इस हरकत के चलते निर्णय ले लिया है कि उन्हें रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति से तो हटाया ही जाएगा, साथ ही वर्तमान लोकसभा सत्र के दौरान भाजपा संसदीय दल की बैठक से भी निष्कासित कर दिया गया है। यह जानकारी स्वयं भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जय प्रकाश नड्डा ने मीडिया को दी है।
बड़बोली प्रज्ञा से त्रस्त भाजपा
