दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई राज्यसभा सीट के चुनाव को लेकर हरियाणा की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। कयास लगाए जा रहे हैं कि ये सीट बीजेपी के खाते में जा सकती है। चर्चा कि कांग्रेस भी इसे लेकर कोई खास रूची इस चुनाव में नहीं दिखा रही है। पार्टी का कहना है कि विधानसभा में नंबर गेम भी उसके साथ नहीं है इसलिए पार्टी ने राज्यसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। हालांकि कांग्रेस कह रही है कि कोई समर्थन के लिए उनके सामने आएगा, तो विचार किया जाएगा। नेता प्रतिपक्ष और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा कह चुके हैं कि भले ही हम मुख्य विपक्षी दल हैं, लेकिन बिना नंबर के हम क्यों लड़ेंगे। हम इसको लेकर किसी पार्टी से बात नहीं करेंगे, अगर कोई सामने से आता है, तो हम बात करेंगे। उनके इस बयान से यह तो स्पष्ट हो जाता है कि इस राज्यसभा सीट पर विधानसभा में सबसे ज्यादा सदस्यों वाली बीजेपी ही अपना उम्मीदवार उतारेगी। यानी इसमें बीजेपी की राह आसान दिखाई दे रही है। गौरतलब है कि हरियाणा विधानसभा में इस वक्त 87 सदस्य हैं जिनमें बीजेपी 41, कांग्रेस 29, जेजेपी के दस, एक इनेलो, एक हरियाणा लोकहित पार्टी और पांच निर्दलीय विधायक हैं। इनमें भी तीन निर्दलीय कांग्रेस के साथ हैं जबकि एक निर्दलीय और हिलोपा विधायक बीजेपी के साथ है। जेजेपी के ज्यादातर विधायक अपनी पार्टी के खिलाफ चल रहे हैं जिनमें कुछ बीजेपी तो कुछ कांग्रेस के साथ खड़े दिखाई देते हैं।
भाजपा को मिल सकता है वॉकओवर
