गुजरात चुनाव में कांग्रेस के सामने कई चुनौतियां हैं। राज्य में 27 साल से शासन कर रही भाजपा को शिकस्त देने और अपने नेताओं को एकजुट रखना पार्टी के लिए बड़ी समस्या बन चुका है। चुनाव प्रचार में भी भाजपा-आप के मुकाबले कांग्रेस पार्टी पिछड़ती हुई दिखाई दे रही है। पिछले एक हफ्ते के भीतर तीन विधायक भावेश कटारा, मोहन सिंह राठवा और भगाभाई बारड़ पार्टी छोड़ चुके हैं। ऐसी स्थिति में कयास लगाए जा रहे हैं कि अगले कुछ दिनों में कई नेता पार्टी छोड़ सकते हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक उम्मीदवारों के एलान में एहतियात बरती जा रही है, ताकि जिन्हें पार्टी छोड़नी है वे चले जाएं। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि दल-बदल से चुनाव में माहौल बनाने में मदद मिलती है। जिस तरह पार्टी प्रचार कर रही है, उससे लगता है कि वह गंभीर नहीं है। जबकि नरेंद्र मोदी, अमित शाह और अरविंद केजरीवाल लगातार प्रचार कर रहे हैं। गौरतलब है कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव से अब तक लगभग दो दर्जन विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं।
गुजरात में पिछड़ती कांग्रेस
