कांग्रेस पूरी तरह बदहाल है। पार्टी के पास न तो कोई ऐसा नेता है जो गांधी परिवार से इतर पार्टी की कमान संभाल सके, न ही कांग्रेस के बड़े नेता गांधी परिवार की छत्रछाया से बाहर आने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं। इसका सीधा असर कार्यकर्ताओं के गिरते मनोबल और सुविधाभोगी कांग्रेसियों के पार्टी छोड़ने से समझा जा सकता है। हालात इतने खराब हैं कि पार्टी राज्यसभा में अपने चीफ व्हिप तक को संसद से इस्तीफा देने और कांग्रेस छोड़ने पर पार्टी रोक न सकी। अनुच्छेद 370 को हटाए जाने का अमित शाह ने राज्यसभा में ऐलान कर विपक्षी दलों को सकते में डाल दिया, ठीक उसी समय कांग्रेस के राज्यसभा में चीफ व्हिप भुवनेश्वर कलिता ने सदन और पार्टी से इस्तीफा दे डाला। खबर है कि कलिता लंबे अर्से से कांग्रेस छोड़ने का मौका तलाश रहे थे। जैसे ही अनुच्छेद 370 को कश्मीर से हटाए जाने का विरोध पार्टी ने किया, कलिता ने उसे ही आधार बताते हुए इस्तीफा दे डाला। खबर यह भी जोरों पर है कि अब कलिता भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं। चर्चा इस पर भी खास गरम है कि कांग्रेस के कुछ अन्य बड़े चेहरे भी भाजपा में जल्द शामिल हो सकते हैं।
अपने हुए बेगाने
