बिहार में भाजपा का पिछले 15 बरस से चेहरा रहे सुशील मोदी पार्टी नेतृत्व से खासे नाराज बताए जा रहे हैं। राज्य में पहली बार भाजपा का प्रदर्शन जद(यू) से बेहतर रहने के बावजूद सुशील मोदी को नीतीश मंत्रिमंडल में उपमुख्यमंत्री न बना भाजपा आलाकमान ने उन्हें बेहद आहत करने का काम किया है। मोदी ने खुलकर अपनी नाराजगी सोशल मीडिया के जरिए सामने तो रखी ही रखी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी वे कटे-कटे नजर आए। नीतीश सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पटना पहुंचे अमित शाह का एयरपोर्ट पर स्वागत जरूर सुशील मोदी ने किया, लेकिन इसके बाद वे शाह के साथ प्रदेश भाजपा मुख्यालय नहीं गए। पार्टी सूत्रों का हालांकि दावा है कि मोदी नेतृत्व से नाराज नहीं हैं। अपने दावे की पृष्टि के लिए वे दो नए उपमुख्यमंत्रियों का सुशील समर्थक होने की बात कह रहे हैं लेकिन जमीनी हकीकत ठीक उलट बताई जा रही है। उपमुख्यमंत्री न बनाए जाने से नाराज मोदी ने ट्वििट कर अपनी नाराजगी और दर्द को सार्वजनिक कर पार्टी नेतृत्व को बैकफुट पर ला दिया। खबर है कि पार्टी के इस वफादार और समर्पित नेता को जल्द ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। खबर यह भी जोरों पर है कि सुशील मोदी को दरकिनार कर भाजपा आलाकमान बिहार में नई लीडरशिप को बढ़ावा देने की रणनीति बना चुका है ताकि नीतीश कुमार पर पार्टी की निर्भतर कम की जा सके।
नाराज सुशील केंद्र में बनेंगे मंत्री
