कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी जिस अंदाज में उत्तर प्रदेश के चुनावी समर में उतरी उससे एक बात स्पष्ट हो उभरी है कि भविष्य में कांग्रेस की तारणहार बनने का काम राहुल गांधी से कहीं ज्यादा प्रियंका करने वाली हैं। उत्तर प्रदेश में लगभग मृतप्राय हो चुकी कांग्रेस को अपनी आक्रमक रणनीति के जरिए पुर्नजीवित कर प्रियंका ने अपने विरोधियों को तो करारा जवाब दे ही डाला, अपनी स्पष्टवादिता के चलते वे मीडिया की भी करीबी बन गईं हैं। आमतौर पर राजनेता अप्रिय बातों का स्पष्ट जवाब देने से बचते हैं। प्रियंका लेकिन अपवाद बन उभरी हैं। गत् दिनों चुनाव प्रचार के दौरान से पत्रकारों द्वारा पूछे गए हरेक प्रश्न का ईमानदार जवाब वे देती नजर आईं। लखनऊ में एक प्रेसवार्ता के दौरान जब उनसे कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो रहे पार्टी के बड़े नेताओं की बाबत पूछा गया तो उन्होंने बहुत ईमानदार जवाब दे सबको चौंका दिया। प्रियंका ने कहा कि ‘राजनीति में नेता आते-जाते रहते हैं लेकिन दो नेताओं ने जिस तरीके से कांग्रेस को छोड़ा उससे मैं आहत हूं।’ पत्रकारों ने जब इन दो नामों का खुलासा करने को कहा तो प्रियंका ने बेबाकी से कह डाला ‘एक हैं माधव राज सिंधिया जी के बेटे जिन्होंने सत्ता पाने के लालच में अपनी सरकार तक मध्य प्रदेश में गिरा दी।’ प्रियंका का इशारा ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरफ था जिनके कांग्रेस छोड़ने चलते मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार गिर गई थी। सिंधिया, वर्तमान में मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। दूसरे नेता का नाम लते हुए प्रियंका ने कहा ‘आरपीएन सिंह की बाबत हमें पहले से ही पता था कि वे भाजपा के हाथों में खेल रहे हैं। वे झारखण्ड में सोरेन सरकार को गिराने में जुटे थे। कांग्रेस के विधायकों को फोन कर उकसा रहे थे। जब मैंने उनसे पूछा तो उन्होंने साफ मना कर दिया लेकिन राहुल जी और मेरे पास उनकी ओडियो रिकॉडिंग थी। जब उन्होंने कांग्रेस पार्टी के दफ्तर में फोन कर कहा कि उनके हवाई यात्राओं का भुगतान जल्द कराया जाए तो मैं समझ गई कि ये अब पार्टी छोड़ने वाले हैं। मैंने तुरंत पार्टी को उनका भुगतान करने के निर्देश दे दिए। हमें यह भी पहले से पता था कि वे लगातार पीयूष गोयल से मिलते हैं। जब मैंने पूछा तो उन्होंने कहा कि पीयूष उनके पुराने मित्र हैं। सच लेकिन हमें पता था।’ प्रियंका की इस साफगोई ने न केवल पत्रकार वार्ता में मौजूद मीडियाकर्मियों का दिल जीत लिया बल्कि उनकी चुनावी कैम्पेन ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को पुनर्जीवित करने की नींव रख डाली है।
प्रियंका पर सबकी निगाहें
