समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली हार से हतोउत्साहित नहीं हुए हैं। पार्टी सूत्रों की मानें तो वह अभी से 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुट गए हैं। मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट से विधायक चुने गए अखिलेश ने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया है। खबर है कि शिवपाल करहल सीट से अपने पुत्र आदित्य सिंह को उपचुनाव लड़ाना चाह रहे थे और इस चलते वे अखिलेश को सांसदी न छोड़ने की सलाह दे चुके थे। ऐसे में पारिवारिक दबाव को कम करने की नीयत चलते ही अखिलेश ने बगैर देर किए लोकसभा से त्याग पत्र दे डाला। कहा जा रहा है कि इस सीट से अखिलेश स्वामी प्रसाद मौर्या को उपचुनाव लड़ा संसद भेजने का मन बना रहे हैं। गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्या फाजिलनगर सीट से विधानसभा चुनाव हार चुके हैं। ऐसे में यदि अखिलेश उन्हें आजमगढ़ से उपचुनाव जीता लोकसभा भेजते हैं तो इससे ओबीसी समाज में सपा के प्रति सद्भाव बढ़ेगा। ओबीसी के चलते इस दफे समाजवादी पार्टी के मत प्रतिशत में खासी बढ़ोतरी हुई है। 2017 में मात्र 21 ़08 प्रतिशत वोट शेयर पाने वाली सपा को इन चुनावों में 32 ़06 प्रतिशत वोट शेयर मिला है। यानी वोट शेयर में डेढ़ गुना और सीटों में ढ़ाई गुना इजाफा सपा को हुआ है। यही कारण है कि अखिलेश इस जातिगत संतुलन को हर कीमत में 2024 के लोकसभा चुनावों तक बरकरार रखना चाह रहे हैं। जानकारों का दावा है कि उन्होंने हार के कारणों की गहरी पड़ताल के साथ-साथ 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारियां शुरू भी कर दी हैं।
फुल एक्शन मोड में अखिलेश
