अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में अब एक साल से भी कम का समय रह गया है। इसको लेकर सभी पार्टियों ने अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है। राजनीतिक दृष्टिकोण से अहम माने जाने वाले उत्तर प्रदेश में भी इसको लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी इस बार अपने लोकसभा उम्मीदवारों को लेकर असमंजस में है। पार्टी ने पिछली बार कई नए चेहरों पर दांव खेला था, जिसमें से कई जीते तो कुछ को हार का मुंह देखना पड़ा। इसी सिलसिले में इस बार कयास लगाए जा रहे हैं कि योगी के मंत्रिमंडल के कई मंत्रियों पर भाजपा आने वाले लोकसभा चुनावों में दांव खेल सकती है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा जोरों पर है कि बॉलीवुड स्टार हेमा मालिनी जो फिलहाल मथुरा से सांसद हैं, उनके साथ-साथ कई सांसदों का इस बार पत्ता कट सकता है। हालांकि अभी तक ऐसी कोई भी घोषणा पार्टी द्वारा नहीं की गई है लेकिन सियासी कानाफूसी चालू हो चुकी है। राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो इस बार देवरिया सांसद रमापति राम त्रिपाठी, मथुरा सांसद हेमा मालिनी, प्रयागराज से रीता बहुगुणा जोशी, बरेली से पार्टी का चेहरा और सांसद संतोष गंगवार और कानपुर से सत्यदेव पचौरी को बीजेपी से टिकट मिलने की संभावना कम नजर आ रही है। इन सब नेताओं के टिकट कटने की बड़ी वजह इनकी उम्र को ठहराया जा रहा है। दरअसल ये सभी नेता लगभग 75 साल के आसपास की उम्र वाले हैं। इनकी जगह पार्टी योगी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद, स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह और राकेश सचान को अलग-अलग जगहों से टिकट दे सकती है।
हेमा मालिनी पर भारी पड़ेगी उम्र
