यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी यूं तो अस्वस्थ होने के चलते इन दिनों राजनीति में खास सक्रिय नजर नहीं आती। कांग्रेसी सूत्रों का दावा है कि पर्दे के पीछे से वे पूरी रहह इस वर्ष होने जा रहे
लोकसभा चुनावों की तैयारी में लगी हुई हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्रियों के चयन के दौरान वे लगातार कांग्रेस अध्यक्ष संग विचार-विमर्श करती नजर आईं। पार्टी सूत्रों का दावा है कि इन तीनों की राज्यों में सीएम का चुनाव उनकी सलाह अनुसार ही राहुल ने किया। उनकी पैनी नजर और राजनीतिक दूरदृष्टि पिछले दिनों लोकसभा सत्र के दौरान तब देखने को मिली जब केरल से कांग्रेस के संसद सदस्यों ने सबरीमाला विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का विरोध करने की ठानी। ये सांसद सदन में काली पट्टी पहन अपना विरोध दर्ज कराना चाहते थे। सोनिया गांधी ने लेकिन स्त्री के अधिकारों को सर्वपरि मानते हुए उन्हें ऐसा करने से तत्काल रोक लिया। इतना ही नहीं ये सांसद पीएम मोदी से भेंट कर इस मुद्दे पर अध्यादेश लाने की मांग करने भी जा रहे थे लेकिन उन्हें ऐसा न करने की सख्त ताकीद भी सोनिया गांधी ने कर डाली।