दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार के साथ आम आदमी पार्टी की सत्ता से विदाई हो गई थी। इस चुनाव में पार्टी के संयोजक और मुख्यमंत्री कैंडिडेट रहे अरविंद केजरीवाल खुद अपनी सीट भी नहीं जीत पाए थे। तभी से ही उनके संसद में जाने के कयास लगाए जाने लगे थे। लेकिन अब लुधियाना वेस्ट विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा चुनाव जीतकर विधानसभा के लिए निर्वाचित हो चुके हैं। राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा और पार्टी से एक नए चेहरे का संसद में नजर आना महज औपचारिकता मात्र है, मगर उस एक चेहरे को लेकर सस्पेंस गहरा हो चला है जो उच्च सदन में पार्टी का प्रतिनिधित्व करेगा। यह स्थिति बनी है अरविंद केजरीवाल के इनकार के बाद से। लुधियाना वेस्ट सीट पर संजीव अरोड़ा की जीत के बाद अरविंद केजरीवाल ने राज्यसभा सीट को लेकर स्पष्ट कहा कि मैं राज्यसभा नहीं जा रहा हूं। केजरीवाल के इस बयान बाद राजनीतिक गलियारों में सवाल उठ रहा है कि अगर केजरीवाल राज्यसभा नहीं जाएंगे तो आखिर कौन जाएगा और इस रेस में कौन-कौन से नेता शामिल हैं? राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि पार्टी में अरविंद केजरीवाल के बाद नम्बर दो माने जाने वाले मनीष सिसोदिया का नाम राज्यसभा की रेस में सबसे आगे माना जा रहा है। सिसोदिया के पक्ष में यह बात भी जाती है कि वह पंजाब के प्रभारी हैं। राघव चड्डा को भी आम आदमी पार्टी ने तब राज्यसभा भेजा था जब वह पंजाब के प्रभारी थे। प्रभारी को राज्यसभा भेजने के फाॅर्मूले में भी सिसोदिया फिट बैठते हैं। इसके अलावा दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन का नाम भी राज्यसभा की रेस में बताया जा रहा है तो पार्टी के सामने तीसरा विकल्प यह है कि पंजाब के ही किसी चेहरे को राज्यसभा भेजा जा सकता है।
राज्यसभा जाएंगे सिसोदिया?
