प्रधानमंत्री का मतदाताओं पर छाया जादू अब ढलान पर है। कुछ माह पूर्व हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री ने 8 स्थानों पर रैली की थी, इनमें से सात पर पार्टी हार गई। झारखण्ड में भी कुछ ऐसा ही पिछले दिनों संपन्न चुनावों, में देखने को मिला है। प्रधानमंत्री ने भाजपा प्रत्याशियों के लिए यहां धुआंधार प्रचार किया, नतीजा लेकिन आशानुकूल नहीं रहा। जहां- जहां पीएम गए, वहां पार्टी को हार मिली, एक- आध अपवाद छोड़ कर। सबसे ज्यादा झटका प्रदेश भाजपा को हेमंत सोरेन की दोनों सीटों दुमका और बरहेट जीत से लगा है। किसी भी कीमत पर सोरेन को हराने की मंशा के चलते ही इन दोनों सीटों पर पीएम की रैली प्रदेश भाजपा ने रखी थी। पीएम दोनों ही सीटों पर गए भी, लेकिन हेमंत सोरेन भारी मतों के अंतर से दोनों जगहों पर विजयी रहे। पार्टी भीतर अब मोदी के अजेय होने का मिथक टूटता नजर आ रहा है। खबर है कि पार्टी के हाशिए पर पड़े दिग्गजों के बीच एक बार फिर से मीटिंगों का दौर शुरू हो चुका है।
मोदी का टूटता तिल्सिम
