नीतीश कुमार के मन की थाह उनके खास भी ले पाने में असमर्थ रहते हैं। इन दिनों बिहार के मुख्यमंत्री भाजपा से उखड़े- उखड़े साफ नजर आ रहे हैं। हालांकि प्रदेश में गठबंधन सरकार है लेकिन नीतीश कुमार सहज नहीं हैं। वे लगातार ऐसे बयान दे रहे हैं जिससे लगता है कि उनके मन में कुछ ऐसा है जो आने वाले समय में उनकी भाजपा से अलहदगी करा सकता है। खबर है कि नीतीश कोई बड़ा कदम उठाने से पहले जमीनी हकीकत को भली प्रकार परख लेना चाहते हैं। वे इसकी शुरुआत पड़ोसी राज्य झारखण्ड में भाजपा से अलग एक तीसरा मोर्चा बना करने जा रहे हैं। सूत्रों का दावा है कि नीतीश झारखण्ड के पूर्व सीएम बाबू लाल मरांडी के संग गठबंधन करने पर विचार कर रहे हैं। 2000 में मरांडी ने जद(यू) संग मिलकर ही अपनी सरकार बनाई थी। अब खबर है कि उन्होंने इस बावत मरांडी से बातचीत शुरू कर दी है। हालांकि हाल-फिलहाल मरांडी कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतरना चाहते हैं, लेकिन यदि नीतीश उन्हें मना पाये तो बहुत संभव है कि बिहार में भी नए राजनीतिक समीकरण बन जाएं। बहरहाल नीतीश के मन में क्या है इसको लेकर बिहार में नाना प्रकार की चर्चाओं का बाजार गर्म है।