बिहार में नई सरकार को बने अभी 24 घंटे भी नहीं हुए हैं, राज्य में विपक्षी दलों के विधायकों का पाला बदलने की खबरें जोर पकड़ने लगी हैं। जानकारों का दावा है कि भाजपा और जद(यू) सबसे पहले कांग्रेस विधायकों के दलबदल का प्रयास कर सकती है। मात्र 19 सीटें जीतने वाली कांग्रेस के विधान दल में नेता के चयन को लेकर विवाद सार्वजनिक होने के साथ ही अफवाहों का बाजार गर्म हो चला है कि पार्टी नेता विजय शंकर दुबे के समर्थक अजीत शर्मा को विधान दल का नेता बनाए जाने से नाराज हो पाला बदल सकते हैं। सूत्रों का दावा है कि कांग्रेस आलाकमान तक इस बात की पुख्ता जानकारी पहुंच चुकी है। आलाकमान विधायकों को भाजपा-जद(यू) कैंप में जाने से रोकने की नीयत के चलते छठ पूजा के बाद स्वयं सभी विधायकों की बैठक दिल्ली में बुलाने पर विचार कर रहा है। इतना ही नहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बिहार में पार्टी विधायकों संग सीधे संपर्क रखने को कह दिया गया है। पार्टी सूत्रों का दावा है कि जल्द ही पार्टी अपनी शीर्ष निणार्यक संस्था सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाने जा रही है जिसमें पूर्णकालिक अध्यक्ष की नियुक्ति के साथ-साथ बिहार विधान दल की बाबत भी विचार विमर्श हो सकता है।
बिहार में अभी से आयाराम-गयाराम का चर्चा
