पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव अगले साल होने हैं लेकिन प्रदेश की सियासत में अभी से उथल-पुथल का दौर शुरू हो गया है। एक तरफ तृणमूल कांग्रेस के भीतर बढ़ती गुटबाजी की खबरें पार्टी के भविष्य पर सवाल खड़े कर रही हैं तो दूसरी तरफ टीएमसी में ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी के बीच मतभेद की चर्चाएं जोरों पर हैं। ममता पार्टी की सर्वोच्च नेता हैं, लेकिन अभिषेक को पार्टी का दूसरा बड़ा चेहरा माना जाता है। 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी ने हाल ही में संगठनात्मक बदलाव किए जिसमें 11 नए जिला अध्यक्ष और 12 नए चेयरपर्सन नियुक्त किए गए। इसे पार्टी में गुटबाजी को नियंत्रित करने की कोशिश माना जा रहा है। हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़े एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में टीएमसी की भागीदारी को लेकर विवाद हुआ। केंद्र ने टीएमसी सांसद यूसुफ पठान को बिना पार्टी की सलाह के चुना जिस पर ममता ने आपत्ति जताई। बाद में अभिषेक को प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया गया। पार्टी के कुछ नेता मानते हैं कि ममता पुराने नेताओं को महत्व देती हैं, जबकि अभिषेक नए चेहरों को मौका देना चाहते हैं। बीरभूम में अनुब्रत मंडल को हटाकर एक नौ सदस्यीय समिति को जिम्मेदारी देना भी अभिषेक की सलाह पर माना जा रहा है। इस बीच टीएमसी नेता और मंत्री उदयन गुहा ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि कोई पहले चाय का व्यापार करता था, अब वे सिंदूर का व्यापार कर रहे हैं। मुरशिदाबाद हिंसा और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे मुद्दों पर पार्टी के बयानों में एकरूपता की कमी ने गुटबाजी की अटकलों को और हवा देने का काम किया। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या ममता बनर्जी की पकड़ कमजोर हो रही है और पार्टी अपनी जमीन खो रही है? गुहा का यह बयान उस समय आया जब पीएम मोदी अलीपुरद्वार में एक रैली को सम्बोधित करने वाले थे। बीजेपी ने इसे सेना का अपमान बताकर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी को मीर जाफर कम्पनी करार दिया। बीजेपी का कहना है कि टीएमसी राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मसलों का मजाक उड़ा रही है। टीएमसी की गुटबाजी और नेताओं के बयानों ने ममता बनर्जी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। केंद्र और राज्य के बीच पहले से चली आ रही तनातनी बीते 24 मई को नीति आयोग की बैठक में ममता की अनुपस्थिति और बीजेपी के लगातार हमले टीएमसी के लिए चुनौती बन रहे हैं। अगर ममता और अभिषेक के बीच टकराव बढ़ता है तो आगामी राज्य विधानसभा चुनाव में पार्टी को नुकसान हो सकता है।
टीएमसी में टकराव!
