प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से भाजपा को 2019 में प्रचंड बहुमत दिलाने के लिए कमर कस चुके हैं। 2014 में भाजपा केंद्र की सत्ता में पहली बार अपने दम पर यदि कायम हुई तो उसके पीछे मोदी की करिश्माई छवि का होना था। इस बार लेकिन हालात बदलते नजर आ रहे हैं। मोदी सरकार के खिलाफ आमजन में गुस्सा बढ़ रहा है। महंगाई अपने चरम पर है, बेरोजगारी प्रतिदिन बढ़ रही है और व्यापार बंदी के कगार पर है। ऐसे में मोदी ने स्वयं मोर्चे की कमान अपने हाथों में ले ली है। पार्टी सूत्रों की मानें तो अब पीएम की धुआंधार रैलियां हर राज्य में शुरू होने जा रही हैं। उत्तर प्रदेश में तो हर माह पीएम कम से कम एक रैली करेंगे ही करेंगे। इसके पीछे एक बड़ा कारण इस राज्य से भाजपा के सबसे ज्यादा 73 सांसदों का वर्तमान लोकसभा में होना है। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो यह रिकॉर्ड दोहरा पाना भाजपा के लिए लगभग असंभव है। लेकिन मोदी भी हथियार डालने वालों में नहीं। इसलिए अब वे देशभर का तूफानी दौरा कर एक बार फिर भाजपा के पक्ष में सुनामी लाने का प्रयास शुरू करने जा रहे हैं।
चुनावी रंग में पीएम
