जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने अपनी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष पद को छोड़ने का एलान कर दिया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि अब यह वक्त नई पीढ़ी को कमान सौंपने का है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि उनके बेटे और पार्टी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला को पार्टी की कमान सौंपी जा सकती है और 85 वर्षीय अब्दुल्ला पार्टी संरक्षक की भूमिका में आगे अपने राजनीतिक करियर को जारी रख सकते हैं। दरअसल एक प्रोग्राम में फारूक ने कहा, ‘मैं अब अध्यक्ष पद के लिए चुनाव नहीं लड़ूंगा। इसके साथ ही उन्होंने अगली पीढ़ी की ओर इशारा करते हुए कहा कि ‘अब समय आ गया है कि नई पीढ़ी इस जिम्मेदारी को संभाले।’ अब्दुल्ला ने अपने पद से हटने की घोषणा करते हुए यह भी कहा कि जल्द ही अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा जाएगा। पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव कोई भी लड़ सकता है। लोकतंत्र का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि ‘अध्यक्ष पद के लिए चुनाव पांच दिसंबर को होगा। पार्टी का कोई भी सदस्य इस पद के लिए चुनाव लड़ सकता है। यह एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है।’ गौरतलब है कि फारुक अब्दुल्ला ने नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी की कमान वर्ष 1983 में संभाली थी। तब से लेकर आज तक वह जम्मू-कश्मीर की राजनीति में सक्रिय रहे हैं। कांग्रेस पार्टी से वह अपने अच्छे संबंध बताते हैं हालांकि उनकी पार्टी की राजनीति राज्य के बाहर ज्यादा नहीं पनपी वह कश्मीर के नेता ही कहलाए जाते हैं।
उमर को मिलेगी कमान!
