लड़कियों को भले ही पूर्व समय में समाज ने कमजोर और अबला नारी समझा हो लेकिन आज की नारी आईपीएस भी हैं और देश की रास्ट्रपति भी रह चुकी हैं। देश सेवा का फर्ज हो या लोगों की जान की जिम्मेदारी पुलिस की नौकरी में देश की हर महिला सिपाही अपने फर्ज को बखूबी निभा रही है। पर यहां तक पहुंचने के लिए लड़कियां सैकड़ों पापड़ बेलती हैं। देश में लड़कियों का पुलिस में जाना अच्छा नहीं माना जाता था तब भी किरण बेदी देश की पहली महिला IPS अफसर बनी थीं। वो लाखों लड़कियों की प्रेरणा हैं। ऐसे ही उन्हे देख कर एक लड़की ने भी सोचा कि मैं बड़े होकर किरण बेदी बनूंगी। ये लड़की है लेडी सिंघम IPS अंकिता शर्मा।
अंकिता छत्तीसगढ़ के दुर्ग की रहने वाली हैं। उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू की। फाइनेंस में एमबीए के बाद उन्होंने यूपीएससी के लिए लोक प्रशासन विषय को चुना था। एक इंटरव्यू के दौरान अंकिता ने बताया कि यूपीएससी की तैयारी के दौरान ही उनकी शादी हो गई थी. उनके पति विवेकानंद शुक्ला आर्मी में मेजर है और वर्तमान में मुंबई में तैनात हैं. पति के साथ रहते हुए उन्हें जम्मू-कश्मीर, हैदराबाद, झांसी जैसे शहरों में रहना पड़ा और उनको यूपीएससी में दो बार असफलता हाथ लगी पर कमजोरियों को दूर कर तीसरे चांस में वो पास हो गईं। अंकिता शर्मा ने साल 2018 में 203 वां रैंक पाकर अपनी मंजिल को हासिल किया।
इस साल गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी को छत्तीसगढ़ के रायपुर में पुलिस परेड ग्राउंड में ट्रेनी आईपीएस अंकिता शर्मा परेड का नेतृत्व किया था. इसके साथ ही वह राज्य के इतिहास में गणतंत्र दिवस परेड की कमान संभालने वाली पहली महिला पुलिस अधकारी बनी थीं.
अंकिता शर्मा उन युवाओं की मदद के लिए आगे आई है जो उन्हीं की तरह IPS बनने का सपना देखते हैं लेकिन पास में पैसे ना होने के चलते वो एग्जाम की फीस नहीं दे पा रहे हैं। उनकी मदद करने के लिए अंकिता हमेशा आगे रहती है। वो गरीब बच्चों की किताबों से लेकर उनकी फीस तक की जिम्मेंदारी अपने कंधों पर ले लेती है। इतनी ही नही वो खुद भी रविवार के दिन UPSC की तैयारी कर रहे करीब 25 बच्चों को पढ़ाती भी हैं। और उनकी कोचिंग में मदद कर रही है। आज के समय में अंकिता IPS अधिकारी होने के साथ साथ एक अच्छी शिक्षिका भी है। जो गरीब बच्चों की सेवा में लगकर नेक काम कर रही है। और उनके अधूरे सपने को पूरा कर रही हैं। अंकिता शर्मा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट में एक पोस्ट में लिखा था कि जो युवा यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं अगर उन्हें किसी सहायता की जरूरत पड़े तो वे रविवार सुबह 11 से दोपहर 1 के बीच आजाद चौक थाना में मिल सकते हैं.