समाज सेवा का जज्बा लेकर कुछ युवाओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से जिस ‘हल्द्वानी ऑनलाइन-2011’ ग्रुप की शुरुआत की उसके आज बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं। इस समूह से जुड़े ढाई लाख युवा अस्पतालों में मरीजों के लिए तत्काल रक्त की व्यवस्था करते हैं। गरीबों की आर्थिक मदद के लिए तत्पर रहते हैं। इतना ही नहीं ग्रुप की जनहित याचिकाओं पर कोर्ट ने अहम फैसले भी दिए हैं। बच्चों के सुनहरे भविष्य की दिशा में भी ग्रुप सक्रिय है
कौन कहता है आसमान में छेद नहीं हो सकता,
एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो!
ऐसा ही कुछ कर दिखाया है हल्द्वानी निवासी अमित खोलिया ने। एक साक्षात्कार में खोलिया ने बताया कि हल्द्वानी से कुछ वर्ष दूर रहने के बाद जब वापसी हुई तो मन में विचार आया कि अपने इस शहर का विकास और विस्तार तो शुरू हो गया है, लेकिन कहीं भी ऐसी कोई गैर सरकारी संस्था नहीं जिसकी पहुंच आम जन तक हो। फेसबुक की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए विचार आया कि क्यों न एक ग्रुप बनाया जाये और उसके माध्यम से लोगों की मदद की जाए।
नवंबर 2011 में सोशल मीडिया यानी फेसबुक पर ‘हल्द्वानी ऑनलाइन-2011’ गु्रप बनाया गया। इसका पहला लक्ष्य था आभासी दुनिया को छोड़कर धरातल पर समाज के लिए कुछ करने का बीड़ा उठाया जाए। इसकी एक छोटी सी शुरुआत ग्रुप द्वारा 2012 में दीपावली के अवसर पर ढोलक बस्ती के गरीबों को मिष्ठान वितरण और मोमबत्ती बांटकर की गई। समय के साथ इस समूह से लोग जुड़ते गए और सामाजिक कार्य भी बढ़ते गए। पिछले 4 वर्षों से निरंतर समूह द्वारा लोगों के घरों से पुराने कपड़े एवं अन्य जरूरी समान इकट्ठा कर गरीबों में बांटे जाते हैं। समूह की यह मुहिम आज भी जारी है।
हल्द्वानी ऑनलाइन के सदस्यों ने महसूस किया कि अस्पतालों में मरीजों के लिए खून की बड़ी समस्या रहती है। ऐसे में ग्रुप ने तत्काल रक्तदाता डेटाबेस तैयार किया गया। प्रतिदिन जरूरतमंदों के लिए रक्त की व्यवस्था कराई जाती है। साथ ही समय-समय पर ‘हल्द्वानी ऑनलाइन 2011’ रक्तदान शिविरों का भी आयोजन करता है ताकि समाज और ब्लड बैंक के बीच सामंजस्य पैदा किया जा सके।
स्वच्छ भारत अभियान के तहत कई जगह पर सफाई का कार्यक्रम भी हल्द्वानी ऑनलाइन के सदस्यों द्वारा किया जाता है। चित्रशिला रानीबाग एवं नैनीताल रोड पर कई बार सफाई का कार्यक्रम आयोजित किया जा चुका है। चित्रशिला घाट मुहिम का मुख्य उद्देश्य घाट पर सफाई रखने की जागरूकता और आने वाले समय में विद्युत शवदाहगृह बनाने के लिए भावी पीढ़ी को मानसिक रूप से तैयार करना है ताकि पानी की स्वच्छता और लकड़ी की कमी दोनों का ध्यान रखा जा सके। इसके अलावा हल्द्वानी ऑनलाइन प्रतिवर्ष वृक्षारोपण कार्यक्रम भी आयोजित करता है। इसके तहत 2017 की बरसात में हल्दूचौड़ इंटर कॉलेज में करीब 180 पेड़ लगाए और दान किये गए।
हल्द्वानी ऑनलाइन निर्धन व्यक्तियों को आर्थिक सहयोग भी करता है। दिव्यांगों के लिए प्रतिभा बिष्ट की अध्यक्षता में व्हीलचेयर कोष का निर्माण किया गया है जिसके तहत अभी तक 6 व्हीलचेयर अथवा दिव्यांग रिक्शे दान किए जा चुके हैं। हल्द्वानी ऑनलाइन पैनल के सामने कोई भी शख्स अपनी समस्या रख सकता है। जिसके निवारण के लिए टीम हर संभव प्रयास करती है और सफल भी होती आई है।
हल्द्वानी ऑनलाइन 2011 योग दिवस पर नैनीताल पुलिस प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रम का हिस्सा बना है और इस उपलक्ष्य में तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, नैनीताल, जन्मेजय खंडूडी (आईपीएस) द्वारा ग्रुप चिÐ का अनावरण किया गया। आज समूह द्वारा हल्द्वानी ही नहीं हल्द्वानी के बाहर भी लोगों की हर संभव मदद की जाती है। अल्मोड़ा में भी ग्रुप द्वारा टीम का गठन और रक्तदान शिविर आयोजित किया जा चुका है। अनाथ आश्रम में दीपावली के उपलक्ष्य में ग्रुप द्वारा खास कार्यक्रम किया गया। हल्द्वानी, अल्मोड़ा, देहरादून, काशीपुर, दिल्ली, गुरुग्राम और कई अन्य जगहों पर भी ग्रुप के सदस्यों द्वारा रक्त की व्यवस्था कराई जाती रही है। आज समूह की एक एडमिन पैनल टीम है। जिसमें अमित खोलिया, श्वेता मासीवाल, अधिवक्ता दुष्यंत मैनाली, अधिवक्ता हिमांशु सिन्हा, हिमांशु शर्मा, कमल उप्रेती, निया ठाकुर, प्रतिभा बिष्ट, केदार पडलिया, जीशान अली, सुमित वर्मा, दीपक सिंह बिष्ट, अमित पांडे, तृप्ता पांडे, विनय शील शर्मा आदि शामिल हैं। इस सबकी देखरेख में समूह की मुहिम का संचालन किया जाता है।
हल्द्वानी ऑनलाइन की विशेष गतिविधियां
स्वास्थ्य कैंप : पिछले माह 14 और 15 फरवरी 2019 को हल्द्वानी में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ अशोक जेनर के निर्देशन में ‘शीन इंडिया फाउंडेशन’ की मदद से दिल्ली आई डॉ आदिति भाटी ने मानसिक स्वास्थ्य और नशा मुक्ति निवारण कैंप लगाया। इस टेली हेल्थ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कैंप में डॉ अशोक जेनर ने वीडियो काफ्रेंसिंग के जरिए मरीजों को चिकित्सीय राय दी, जबकि डॉ आदिति भाटी ने ‘शीन इंडिया फाउंडेशन’ की अध्यक्ष गीतिका क्वीरा के संग मिलकर नशे से प्रभावित मरीजों के साथ ही कई ऐसे मामले भी काउंसिंलिंग के जरिए निपटाए जो गृह क्लेश के कारण थे और जिनके चलते गृहस्थ टूटने के कगार पर थे। एमजे चैरिटेबल ट्रस्ट के आह्नान पर किए गए इस चिकित्सा कैंप को हल्द्वानी के गुरुद्वारे और लोकमणि दुमका पुस्तकालय में कराया गया। इस कैंप में वरिष्ठ अधिवक्ता दुष्यतं मैनाली का विशेष सहयोग रहा।
उडान : हल्द्वानी की एकमात्र बड़ी लाइब्रेरी लोकमणि दुमका में छात्रों को विशेषज्ञों द्वारा पढ़ाई के टिप्स और अनुभव शेयर किए जाते हैं। अब तक विशेषज्ञों द्वारा सैकड़ों छात्रों को लाभान्वित किया गया। जिनमें वर्ष 2002 के पीसीएस टॉपर रहे ललित मोहन रयाल तथा एक आईएफएस अधिकारी कल्याणी (प्रभारी वनाधिकारी) बच्चों को कोचिंग करा चुके हैं। फिलहाल आईएएस आफिसर और कुमाऊं मंडल विकास निगम के एमडी रोहित मीणा द्वारा अगला कोचिंग कैंप करने की तैयारी है। यह कोचिंग दो महीने में एक बार कराई जाती है।
महिला शिकायत प्रकोष्ठ : कोई भी पीड़ित महिला जो कोर्ट केस में सहायता चाहती हो या पुलिस में पेंडिंग पड़े केस की कार्यवाही कराना चाहती है, उसके लिए हाईकोर्ट नैनीताल के वरिष्ठ अधिवक्ता दुष्यंत मैनाली द्वारा हर संभव सहायता दी जाती है। महिलाओं की काउंसिलिंग का जिम्मा प्रतिभा बिष्ट और निया ठाकुर संभालती हैं।
क्राउड फंडिंग : ऐसे निर्धन परिवार के लोग जो अपने बच्चों का इलाज कराने में असमर्थ होते हैं उन्हें आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है। अब तक 60-70 गरीब बच्चों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज कराया जा चुका है जिसमें सवा दो लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है।
जनहित याचिका : समूह की ओर से अब तक तीन जनहित याचिकाएं डाली जा चुकी हैं। जिसमें कार्बेट पार्क एरिया में रिजॉर्ट की मनमानी पर रोक लगी। ऐसे रिजॉर्ट जो अपनी सारी गंदगी कोसी नदी में विसर्जित कर देते थे, उन पर रोक लगाई गई। एक जनहित यिचका नशे पर रोक लगाने के लिए लगाई गई तो दूसरी तरफ हल्द्वानी के व्यस्त मुखानी चौराहे को अतिक्रमण मुक्त करने और फ्लाई ओवर बनवाने की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट किया गया। इसमें पीआईएल स्पेशलिस्ट अधिवक्ता दुष्यंत मैनाली की भूमिका अन्य अधिवक्ताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा देने का काम कर रही है।
फेसबुक गु्रप को तीन राष्ट्रीय अवार्ड : हल्द्वानी ऑनलाइन 2011 देश का पहला ऐसा फेसबुक गु्रप बन गया है जिसे राष्ट्रीय स्तर पर तीन अवार्ड मिल चुके हैं। फेसबुक के जरिये लोगों की समस्याओं का समाधान कराने और रक्तदान में हल्द्वानी ही नहीं दिल्ली, अल्मोडा, ऋषिकेश और देहरादून तक ख्याति अर्जित कर चुके गु्रप एडमिन को दो बार आईसीएन तो एक बार यूथ ऑइकॉन नेशनल अवार्ड से नवाजा जा चुका है।