हरिद्वार से चली किसान क्रांति यात्रा आखिरकार दिल्ली के किसान घाट पहुंचकर खत्म हो गई. मंगलवार को दिल्ली में दाखिल होने से रोके जाने के बाद किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर पर डेरा डाला था लेकिन देर रात किसानों को दिल्ली में घुसने की इजाजत मिल गई. इसके बाद हजारों किसान अपने ट्रैक्टर पर सवार होकर किसान घाट पहुंचे और चौधरी चरण सिंह की समाधि पर फूल चढ़ाकर इस यात्रा को खत्म कर दिया गया.
भारतीय किसान यूनियन अध्यक्ष नरेश टिकैट ने कहा कि किसान घाट पर फूल चढ़ाकर हम अपना आंदोलन खत्म कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह सरकार किसान विरोधी है और हमारी कोई भी मांग पूरी नहीं हुई हैं. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि अब आंदोलनकारी किसान अपने-अपने घरों की ओर लौट रहे हैं. हालांकि दिनभर किसानों और पुलिस के बीच जोरदार संघर्ष देखने को मिला और किसानों को रोकने के लिए वाटर केनन से लेकर आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल तक हुआ