अफगानिस्तान में तालिबान सत्ता आने के बाद सार्वजनिक तौर पर मौत की सजा देने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। हाल ही में तालिबान द्वारा दक्षिणपूर्वी अफगानिस्तान के एक स्टेडियम में 22 फरवरी को दो लोगों की मौत की सजा दी गई। साल 2021 में सत्ता पर कब्जा करने के बाद से यह चौथी घटना है जब किसी आरोपी को सार्वजनिक रूप से मौत की सजा दी गयी है। गजनी शहर के अली लाला इलाके में हजारों लोगों की मौजूदगी में दो लोगों को गोली मार कर मौत की सजा दी गई। वहीं इन आरोपियों का क्या आरोप था इसके बारे में तालिबान द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गई। दरअसल तालिबान ने दोनों लोगों के कथित अपराधों तथा उनके बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी देने से इनकार कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार कई अदालतों और तालिबान के सर्वोच्च नेता हिबतुल्ला अखुंदजादा ने दोनों लोगों द्वारा कथित तौर पर किए गए अपराधों के लिए उन्हें मौत की सजा देने का आदेश दिया था। फांसी वाली जगह के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई और अंदर जाने के लिए लोग बेसब्र हो रहे थे। इसके अतिरिक्त कहा यह भी जा रहा है कि धार्मिक विद्वानों ने पीड़ितों के रिश्तेदारों से दोषियों को माफ करने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। दोपहर करीब एक बजे एक व्यक्ति को आठ गोलियां मारी गयीं जबकि दूसरे को सात गोलियां मारी गयीं। एम्बुलेंस दोनों लोगों के शवों को ले गयी।

