आने वाले लोकसभा और राज्यसभा के चुनावों को लेकर इस समय सभी राजनीतिक दलों के नेता चुनाव के प्रति सक्रिय नजर आ रहे हैं। सभी नेता जयपुर व दिल्ली में डेरा डालकर लगातार टिकट के लिए मिन्नतें कर रहे हैं। वहीं इसके उलट दूसरी ओर बाड़मेर जिले की गुड़ामालानी से विधायक व मंत्री हेमाराम चौधरी के चुनाव लड़ने के फैसले से इनकार कर दिया है।

जिसके बाद से गुलमाड़ी के लोगों के बीच उदासी का माहौल है। हेमाराम के इस फैसले से गुड़ामालानी के नाखुश लोगों ने उन्हे चुनाव लड़ने के लिए मनाने के लिए अपने सिर की पगड़ी तक उतार कर उनके पांवों रख दी और पांव पड़कर रोने लग गए। लेकिन हेमाराम अपने फैसले पर अडिग हैं।
हेमाराम ने चुनाव न लड़ने की वजह बताते हुए कहा है कि वो इस बार इसलिए चुनाव नहीं लड़ सकते, क्योंकि उन्होंने पिछली बार जनता से किए वादे पूरे नहीं किए। हेमाराम का कहना है कि उन्होंने कई प्रोजेक्ट शुरू करने की बात कही थी, लेकिन वो नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि जिस जनता ने मुझे यहां तक पहुंचाया, उनके लिए मैं कुछ नहीं कर सका तो मेरा चुनाव लड़ना सही नहीं है।
कौन है हेमाराम चोधरी
हेमाराम चौधरी एक भारतीय राजनेता है और राजस्थान की वर्तमान सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं। हेमाराम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और गुडामालानी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।

बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी से छठी बार कांग्रेसी विधायक हेमाराम चौधरी ने इस बार चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। जब इस बात का पता गुड़ामालानी की जनता को चला तो हजारों की संख्या में भीड़ इकट्ठा हो गई और हेमाराम चौधरी को आखिरी बार चुनाव लड़ने का आग्रह किया लेकिन हेमाराम चौधरी ने चुनाव लड़ने से मन करते हुए कहा कि मैं पिछले 10 साल पहले ही चुनाव लड़ने से इनकार कर चुका हूं ।
लेकिन एक बार पार्टी के आदेश पर चुनाव लड़ा और दूसरी बार गुड़ामालानी की जनता के कहने पर चुनाव लड़ा और विधायक बना। साथ ही पिछले 45 वर्षों से लगातार गुड़ामालानी की जनता की सेवा कर रहा हूं। मैं आठ बार चुनाव लड़ चुका हूं। अब मेरी उम्र हो गई है और राजनीति में युवाओं को मौका देना चाहिए। हालांकि पार्टी के नेता और जनता उनके फैसले से काफी दुखी नजर आ रही है।
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