कौशल विकास निगम घोटाले के मामले में तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा ) के प्रमुख, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू को शनिवार यानी 9 सितम्बर की सुबह आपराधिक जांच विभाग द्वारा भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही आंध्र प्रदेश पुलिस ने चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश को भी पूर्वी गोदावरी जिले में हिरासत में लिया है व तेदेपा के कई अन्य नेताओं को भी नजरबंद कर दिया गया है।
चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के बाद राज्य पुलिस ने जानकारी दी है कि चंद्रबाबू की गिरफ्तारी की जा चुकी है। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120 (बी), 166, 167, 418, 420, 465, 468, 201 और 109 के साथ-साथ 34 और 37 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं एवं उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम- 1988 के तहत भी आरोप लगाए गए हैं। जिसके बाद से बाद से उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पूरे प्रदेश में विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं।
क्या है मामला
चंद्रबाबू की गिरफ्तारी कौशल विकास निगम में हुए घोटाले से संबंधित है। रिपोर्ट के अनुसार चंद्रबाबू नायडू और उनके कई अन्य नेताओं पर कैबिनेट को गुमराह करने का आरोप है। चंद्रबाबू और उनके अपराध में सहयोगी की भूमिका निभाने वाले नेताओं ने, कौशल विकास निगम घोटाला में 371 करोड़ रुपये में हेराफेरी की है जबकि यह पैसे राज्य के विकास और सार्वजनिक हित का हिस्सा थे। नायडू और मामले में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ लगाए गए आरोपों में अनुबंधों में हेरफेर करना, सार्वजनिक धन का दुरुपयोग करना और कौशल विकास निगम की आड़ में एक धोखाधड़ी योजना को अंजाम देना शामिल है। हालांकि सरकारी एजेंसियों द्वारा की गई जांच के बाद इनके द्वारा विदेशों में छिपाकर रखे गए काले धन को सफलतापूर्वक भारत वापस लाया जा चुका है।
Andhra Pradesh | Criminal Investigation Department (CID) arrest TDP chief and former Andhra Pradesh CM N Chandrababu Naidu in Nandyala: TDP
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— ANI (@ANI) September 9, 2023
गौरतलब है कि यह मामला साल 2014 में ही सामने आया था। तत्कालीन चंद्रबाबू नायडू की सरकार ने कैबिनेट को बताया कि उनकी सरकार योजना के तहत कुल 10 प्रतिशत खर्च करेगी यानी कि 371 करोड़ रुपये। इसके अलावा बाकी का 90 प्रतिशत खर्च कौशल विकास प्रशिक्षण देने वाली कंपनी सीमेन्स द्वारा दिया जाएगा। लेकिन उनपर यह आरोप है कि उनकी सरकार ने योजना के तहत खर्च किए जाने वाले 371 करोड़ रुपये शैल कंपनियों को ट्रांसफर कर दिए। साथ चंद्रबाबू पर यह आरोप भी है कि सेल कंपनियां बनाकर उन्हें पैसे ट्रांसफर करने से संबंधित दस्तावेज भी नष्ट कर दिए गए।
क्या कह रहे नायडू
CID द्वारा नायडू को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके अपराध भी सिद्ध किये जा चुके हैं लेकिन वहीं नायडू का कहना है कि, ‘मैंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है। सीआईडी ने बिना किसी उचित जानकारी के मुझे गिरफ्तार कर लिया और मैंने उनसे सबूत दिखाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने सबूत दिखाने से इनकार कर दिया और मेरी भूमिका के बिना मेरा नाम एफआईआर में जोड़ दिया। ‘
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